एक बहुत ही खूबसूरत चिड़िया थी, अपनी सुन्दरतासे उसने जंगल के सारे पक्षियोको मोहित कर दिया था। सभी उसके सुन्दरतकी वाह वाह करते रहते, वह चिड़िया थी भी वैसिही , बहुत शांत और सरल , उसकी मधुर आवाज से सारे पशु पक्षी मोहित हो जाते। एक दिन चिड़िया उड़ते उड़ते यमराज के लोक में पहुंच गई, वहा का अद्भुत सौंदर्य देख कर चिड़िया बहुत प्रभावित हुई , बहुत खुश हो गई वह सब देख के, उतने में वहासे विष्णु का वाहन गरुड़ गुजर रहा था। वह उस सुंदर और अद्भुत चिड़िया को देख कर रुक गया , और उसने चिड़िया से कहा की तुम तो बहुत सुंदर हो , तुम यह क्या कर रही हो, चिड़िया ने कहा मैं तो घूमते घूमते यह आ गई , गरुड़जी ने कहा तुम्हारा यह रहना ठीक नही है तुम जल्दी ही वापस चली जा वो, चिड़िया ने कहा मैं तो रास्ता भूल गई और बहुत थक गई हूं, गरुड़ को अंदर से डर लग रहा था की कही यमराज यह आ गए तो इस सुंदर जीव के प्राण हर लेगा । गरुड़ ने तुरंत चिड़िया को उठाकर पीठ पर रख कर उड़ाके जंगल में छोड़ के वापस यमराजज के लोक में पहुच गया । यमराज ने गरुड़ से कहा की तुम उस चिड़िया को जंगल क्यों छोड़ आए , गरुड़ जी ने कहा आप के डर से , कही उसे आप देख के प्राण न लेलो, यमराज ने गरुड़ से कहा नही गरुड़ जी मैने उस चिड़िया को आप के पहिले ही देखा था । पर मैं यह सोच रहा था की इसकी मृत्यु तो हजारों मिल दूर जंगल में होने वाली है, इसे एक साप खाने वाला है, पर इतने जल्दी यह पहुंचेगी कैसे । यमराज की बाते सुनकर गरुड़ के आंख में आसू आए, वह तुरंत उस चिड़िया को बचाने फिरसे जंगल की तरफ जाने लगा , तभी यमराज बोले रूक जाव गरुड़ , वह चिड़िया मार चुकी है, तुमने जहा उसे छोड़ा था वही एक डाली पर बड़ा सा साप था , उसने तुरंत ही उसको खा लिया। यमराज ने गरुड़ को बताया कि मृत्य कभी भी टाली नही जा सकती है, और नियति को न तुम बदल सकते हो ना मैं। हर जीव की मृत्य जहा जब होनी है , वही होके रहती है। तुमने कोई गलत काम नही किया , तुम ने तो उसके प्राण बचाने के लिए ही उसे जंगल में छोड़ आए। इसलिए कर्म गति कभी भी टाली नही जा सकती है। गरुड़ यमराज को प्रणाम करके अपने लोक चला गया।
इस कहानी का बोध। हम कितनी भी कोशिश करले, हम अपनी मृत्यु को नही टाल सकते , नहि उसका समय तय कर सकते है। जो आया है वह जायेगा , इसीलिए जन्म और मृत्यु के बीच का जीवन है उसे हम अगर अच्छे कर्म से बिताएंगे तो हमारी मृत्यु के समय शरीर को ज्यादा तकलीफ नहीं होगी।
!!धन्यवाद!!