एक बाज की कहानी सुनकर आप भी अपने आप को हर एक कठिन परिस्थिति का सामना करने के लिए तयार करोगे, बाज करीब करीब 70 से 80 साल तक जीता है। पर जब वो 40 साल का हो जाता है , तब वो थोड़ा बूढ़ा हो जाता है, उसके साथ साथ उसके पैर के नाखून बड़ जाते हैं , वे इस तरह से बढ़ते है , की उससे बाज शिकार नही पकड़ सकता , उसकी चोंच भी बड जाति है , और पूरी तरह से टेडी हो जाती है, उसके कारण उसे खाने में भी बहुत तकलीफ होती है, ऐसी हालत में उसे जल्दी ही मौत आने वाली होती है। पर वह हार नही मानता , वह दूर किसी पहाड़ी पर जाता है, और वह अपनी चोंच को पत्थरोपे रगड़ता है, जोर जोर से मरता है, उसे बहुत दर्द और तकलीफ होती है, पर जीने के लिए वह सब सहन करता है, वैसे ही अपने नाखून को भी वैसे ही घिसता है , उसे बहुत पीड़ा , और दर्द होता है, कई बार खून भी निकलता है और वह भूखा ही ये सब वह सेहता रहता है, करीब करीब 6 महीने लग जाते है उसे फिर से पहिले जैसे बननेके लिए, उसके बाद वह फिर से आकाश में लंबी उड़ान भरता है और अपने शिकार को ढूंढता है। उसके बाद करीब करीब 30 साल और जीता है।
इस कहानी का बोध। हम भी कभी कभी निराश और हताश हो जाते हैं, जीने की चाह नही रहती , शरीर में शक्ति नही रहती, हम में बहुत सारी नेगेटिविटी भर जाती, आत्मविश्वास खो जाता है, अगर हम अपनी इच्छा शक्ति को बढ़ाएंगे , अपने माइंड को पॉजिटिव रखेंगे तो आप किसी भी उम्र में संघर्ष करने के लिए और अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए सदा तत्पर रहोगे। बाज की तरह फिरसे लंबी उड़ान भरोगे।
!!धन्यवाद!!