शुक्रवार, 27 अक्टूबर 2023

EK PITA AUR PUTRA KI KAHANI/ एक पिता और पुत्र की कहानी

 एक पिता अपने पुत्र से बहुत प्यार करता था , वह अपने पुत्र की हर इच्छा पूरी कर ता था, एक दिन दिन पिताजी थक के घर आते है, घर आते ही वह अपने बेटे के हात में दो सफरचंद देखता  है , वह देख पिता अपने पुत्र से एक सफरचंद की मांग करता है, उसे कहता है की मुझे इसमें से  एक देदो , उतने में बच्चा झट से एक सफरचंद को मुंह में डाल के कुतरता है , यह देख पिता हैरान होता है, वह कुछ बोलने से पहिले ही दूसरा सफरचंद भी मुंह में डाल कर कुतर देता है, यह देख उसके पिताजी के चहरे की मुस्कान गायब हो जाती है, वह हैरान होता है, और सोचने लगता है, की मेरा प्रिय बेटा कैसा बरताव कर रहा है मुझसे , वह बहुत नाराज होता है, उतने में बच्चा झट से पिता से कहता है, पिताजी पिताजी यह सफरचंद आप  खावो ये ज्यादा मीठा है। पिता ये सुनकर बहुत खुश हो जाता है, और अपने बेटे को गले लगाता है। और सोचने लगता है की, मैंने कितने जल्दी मेरे अपने बेटे के बारेमे गलत निर्णय लिया, पर मेरा बेटा तो मुजपे अधिक प्यार करता है, अपने पुत्र का प्रेम देखकर उसके आंख में आसू आते है।

इस कहानी का बोध। बहुत जल्दी हैं किसी चीज का निर्णय लेके उसके पीछे का प्रेम उसकी भावना का विचार नहीं करते , और हम सबसे अधिक प्रेम करने वाले व्यक्ति से दुखी हो जाते है। पर थोड़ी समझदारी थोड़ा सब्र हमे उसके पीछे का प्यार समझ सकते है।

!!धन्यवाद!!



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